बुखार जब मेरे बच्चे को हुआ , तो मे डॉक्टर के पास ले गया | कुछ दवाईया दी गयी , लेकिन घर आ कर पाया की बुखार अभी भी नहीं गया है . रात का समय था मे फिर डॉक्टर के पास लेकर गया | शरीर का तापमान १०१ डिग्री था | डॉक्टर ने मुझे बताया की बच्चो का सामान्य तापमान १०१ डिग्री होता है | यह मेरी घबराहट थी |
आम तोर पर बच्चो का तापमान १०१ डिग्री तक सामान्य माना जाता है. बच्चो का तापमान अगर १०१ डिग्री से जयादा हो तो आपको डॉक्टर से परामश करनी चाहिए . लेकिन हमे घर पर बच्चो के काम आने वाली दवाईया भी रखनी चाहिए | न जाने कब किस की जरूरत पड़ जाये | बुखार मे दी जाने वाली कुछ दवाईयों की जानकारी मे दे रहा हूँ. यह दवाईया आप को कही भी मिल जाएगी , पर बच्चो को देने से पहले दावा की उचित मात्र की जानकारी आप अपने डॉक्टर या दावा पर लिखे निर्देश से अवश्य जान ले.
Acetaminophen : २ महीने से बड़े बच्चे के लिए
Ibuprofen :६ महीने से बड़े बच्चो के लिए
अस्प्रिन तो आप बिलकुल न दे |
२ महीने से छोटे बच्चो को आप बिना डॉक्टर की सलाह के कुछ नहीं दे सकते
अगर बुखार बहुत तेज़ हो जाये तो हलके गुनगुने पानी से नहला दे. याद रखे की पानी ठंडा नहीं होना चाहिए . आप गीले कपडे से सर पौछ ते रहे | जयादा तापमान बच्चे के दिमांग पर कुप्रभाव डालता है. इसलिए जहा तक हो सके आप बच्चे का सर ठंडा करते रहे . बच्चे को चादर या रजाई से न ढके | बरफ न लगाये |
अगर बच्चा ६ महीने से छोटा है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए | अगर बच्चा ६ महीने से बड़ा है और बुखार २ दिन तक न उतरे तो आप डॉक्टर को दिखाए. बुखार बच्चो को दांत उगने से नहीं आता है , इसलिए आप बुखार को दांत उगने का कारण समझ से सहज न ले .
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ReplyDeleteEse hi or gharelu upay dete rahe
ReplyDeleteBehtreen article likha Gaya h